हिमाचल प्रदेश मुख्यत: 5 नदियों का प्रदेश है। ये नदियाँ है - सतलुज, चिनाब, रावी, ब्यास, यमुना।
(क) प्राचीन नाम -
1. सतलुज - वैदिक - सुतुद्रि, संस्कृत - शतद्रु;
2. ब्यास - वैदिक - अरजकिया, संस्कृत - विपाशा;
3. रावी - वैदिक - पुरुशानी, संस्कृत - ईरावती;
4. चिनाब - वैदिक - असीकनी;
5. यमुना - वैदिक - कालिंदी।
(ख) जल ग्रहण क्षेत्र -
1. सतलुज - 20000 वर्ग किमी.
2. रावी - 5451 वर्ग किमी.
3. चिनाब - 7500 वर्ग किमी.
4. ब्यास - 12000 वर्ग किमी.
5. यमुना - 2320 वर्ग किमी.
(ग) सहायक नदियाँ -
1. सतलुज - बस्पा, स्पीती नदी
2. रावी - भांदल, ततंगरी, छतराणी, स्यूल, साल
3. चिनाब - चन्द्रा, भागा नदी
4. ब्यास - बनेर, बानगंगा, लूनी, पार्वती, सैंज, तिरथन, हारला, उहल
5. यमुना - गिरी, टोंस, पब्बर, आंध्रा
(घ) उद्गम स्थल -
1. सतलुज - मानसरोवर झील (रकस झील), तिब्बत से
2. चिनाब - चन्द्रा व् भागा नदियों के संगम स्थान टांडी (लाहौल-स्पीती) से बारालाचा दर्रे के समीप
3. ब्यास - रोहतांग दर्रे (भृगु तुंग)
4. रावी - बड़ा बंगाल (काँगड़ा)
5. यमुना - कालिंद पर्वत (यमुनोत्री)।
(ड़) लम्बाई -
1. सतलुज - कुल लम्बाई 1448 किमी., हिमाचल प्रदेश में प्रवाह क्षेत्र - 320 किमी.
2. यमुना - कुल लम्बाई 1525 किमी., यमुना का हिमाचल प्रदेश में सबसे कम प्रवाह है इन पांच नदियों में।
3. चिनाब - कुल लम्बाई 1200 किमी., हिमाचल प्रदेश में प्रवाह क्षेत्र - 122 किमी.
4. रावी - कुल लम्बाई 720 किमी., हिमाचल प्रदेश में प्रवाह क्षेत्र - 158 किमी.
5. ब्यास - कुल लम्बाई 460 किमी., हिमाचल प्रदेश में प्रवाह क्षेत्र - 256 किमी.
(च) नदियों के किनारों पर बसे शहर -
1. सतलुज - नामगियाँ, कल्पा, रामपुर, ततापानी, बिलासपुर
2. यमुना - पौंटा साहिब
3. ब्यास - मनाली, मण्डी, कुल्लू, पंडोह, नदौन, सुजानपुर, देहरा गोपीपुर
4. रावी - चम्बा, भरमौर
5. चिनाब - टांडी
(छ) प्रवेश स्थान -
1. रावी - रावी नदी चम्बा के खैरी स्थान से हिमाचल प्रदेश से निकलकर जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करती है।
2. यमुना - यमुना खोदरी माजरी से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है और ताजेवाला में हिमाचल प्रदेश से निकल जाती है।
3. सतलुज - सतलुज शिप्की दर्रे (किन्नौर) से हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती हैं और भाखड़ा गाँव से पंजाब में प्रवेश करती है।
4. चिनाब - चिनाब नदी चम्बा में भुजींद से प्रवेश कर संसारी नाले से चम्बा को छोड़ कश्मीर में प्रवेश करती है।
5. ब्यास - ब्यास बजौरा से मण्डी में तथा संधोल से काँगड़ा में प्रवेश करती है।